MP NEWS24-मैं तो सजाए घर आंगणिया, साध्वीश्री आया म्हारे पामणिया.... जैसे मंगल गीत, गुरूजी हमारों अंतनाद, हमने आपों आर्शीवाद जैसे नारांे से गुन्जता शहर, सिर पर कलश लिए महिला मंडल, डांडिया रास करती बालिका मंडल यह नजारा था, सोमवार सुबह 9.15 बजे जन्मेजय मार्ग का। मौका था चातुर्मास हेतु नगर में पधारे साध्वी श्री तत्वलताश्रीजी मसा आदि ठाणा 5 के मंगल प्रवेश का। मंगल प्रवेश का चल समारोह जिस मार्ग से गुजरा वह मार्ग धर्ममय हो गया। मंगल प्र्रवेश के मौैके पर धर्मसभा एवं स्वामी वात्सलय का आयोजन भी किया गया।
चल समारोहमंगल प्रवेश का चल समारोह शुरूआत सुबह 9 बजे चम्बल मार्ग स्थित पुरानी नगर पालिका भवन से हुई। इससे पूर्व लक्ष्मीबाई मार्ग स्थित पाठशाला भवन में मूर्तिपूजक जैन श्रीसंघ की नवकारशी का आयोजन किया गया। चल समारोह में पुरूष वर्ग सफेेद वस्त्र, महिला केशरिया साड़ी धारण कर चल रही थी। स्थानीय श्रावक-श्राविकाओं ने साध्वीश्री की अगवानी चावल की स्वस्तिक बना कर की। चल समारोह पुरानी नगर पालिका भवन से जन्मेजय मार्ग, औझा मार्ग, लक्ष्मीबाई मार्ग, स्टेशन चौराह, महात्मा गांधी मार्ग, थाना चौराह, सुभाष मार्ग, रामसहाय मार्ग, महावीर मार्ग, जवाहर मार्ग होते हुए लक्ष्मीबाई मार्ग स्थित पार्श्वप्रधान पाठशाला भवन में धर्मसभा के रूप में परिवर्तित हुआ।
धर्मसभा
धर्मसभा की शुरूआत साध्वीश्री के मंगलाचरण से हुई। गुरूवंदन की प्रस्तुति श्रीसंघ के पूर्व अध्यक्ष सुनील वागरेचा ने दी। धर्मसभा को श्रीसंघ अध्यक्ष हेमंत कांकरिया, चातुर्मास समिति अध्यक्ष अमृतलाल ओस्तवाल, सचिव मनोज नांदेचा औरा, पंकज चौपड़ा, अंकित भटेवरा, राजमल भंडारी ने संबोधित किया। वहीं मनोहर लाल कांठेड़, प्रतिभा कुवंर, रचना चौपड़ा, मधु ओसतवाल, चित्रा दलाल, मधु चौपड़ा ने भजन के माध्यम से साध्वीश्री की महिमा का गुणगान किया। कार्यक्रम को दिलीप सिंह सिसोदिया एण्ड पार्टी ने संगीतमय कर दिया। इस दौरान लाभार्थी परिवार द्वारा साध्वीश्री को सोने - चांदी के फूल से वधाया व कांबली अर्पित की। धर्मसभा को साध्वीश्री ने भी संबोधित किया। कार्यक्रम का संचालन मीडिया प्रभारी मनोज वागरेचा ने एवं आभार श्रीसंघ कोषाध्यक्ष हर्षित नागदा ने माना। धर्मसभा के पश्चात पाठशाला भवन में श्रीसंघ के स्वामीवात्सलय का आयोजन किया गया।
इन्होने लिया लाभ
साध्वीश्री के मंगल प्रवेश पर प्रथम गवली करने का लाभ भैरूलाल पारसमल मेवानगर वाला परिवार ने, सोना चांदी के फूल से वधाने का लाभ सरदारमल विमलचन्द्र सतीश कुमार नागदा परिवार ने, प्रथम कलश अगवानी का लाभ अमृतलाल अंकित कुमार ओसतवाल परिवार ने, कांबली वैहराने का लाभ पंकज चौपड़ा खाचरोद व संजय चौपड़ा सारवा ने लिया।
संतो का हुआ मिलन
प्रवेश का चल समारोह जैसे ही जवाहर मार्ग स्थित महावीर भवन पहुचा वहा विराजमान स्थानक के साध्वीश्री दिव्य ज्योति म.सा आदि ठाणा 6 ने साध्वीश्री तत्वलता श्रीजी मसा आदि ठाणा 5 की अगवानी कर वंदना की। इस दौरान साध्वीश्री दिव्यज्योति मसा ने कहा कि नागदा में इस बार श्वेताम्बर संघ में एक नहीं अपितु 11 साध्वीजी मसा चातुर्मास कर रहे है जो नगर में नित्य धर्म की गंगा को बहाएगे।
संतों का आगमण और पापों का पक्षालन - साध्वीश्री
धर्मसभा को सम्बोधित करते हुए साध्वीश्री तत्वलताश्रीजी मसा ने कहा कि मानव के जीवन में संतों का आगमन, पापों के पक्षालन के लिए होता है। चातुर्मास काल में संतों का आगमण, आत्मा पर लगे पापों का नाश करने अर्थात पक्षालन करने के लिए होता है किन्तु भौतिक सुख सुविधा से परिपूर्ण मानव दिन - प्रतिदिन भौतिक सुखों को बढ़ाने के लिए प्रयत्नशील है। उसे नहीं पाता है कि भौतिक सुख नित्य नये पापों को उदित करने का कार्य करता है। यदि वास्तविकता में सुख प्राप्त करना है तो आत्मिक सुखांे को प्राप्त करो जो आत्मा को परमात्मा बनाने का कार्य करता है। आत्मिक सुख की प्राप्ति, संतों के आगमण से ही संभव है।
चातुर्मास आराधना 12 जुलाई से
जानकारी देते हुए मीडिया प्रभारी डॉ. विपिन वागरेचा ने बताया कि श्वे. मूर्तिपूजक जैन श्रीसंघ की चातुर्मास आराधना 12 जुलाई से शुरू होगी। चातुर्मास के दौरान साध्वीश्री की निश्रा में लक्ष्मीबाई मार्ग स्थित पाठशाला भवन में प्रतिदिन भक्ताम्बर पाठ, प्रवचन, सामायिक, प्रतिक्रमण आदि आराधना की जाएगी।
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